Health saftey via accupressure on palm and leg

UPSCALE YOUR LIFE
0

Health saftey via accupressure on hand palm and leg sole : An Ayurvedic view|हथेली और पैर के तलुओं के आयुर्वेदिक महत्व:

एक्यूप्रेशर में शरीर विशेष कर हाँथ की हथेली और पैर के तलवों पर दबाव  डाल कर शरीर से सम्बंधित कई परेशानियों को सही किया जाता हैं | एक्यूप्रेशर कोई भी सामान्य आदमी कर सकता हैं | ऐसा मना जाता हैं की हमारे शरीर में कई ऐसे बिंदु होते हैं जहाँ उचित दबाव से ऊर्जा को पुनः जागृत कर उस अंग की प्रॉब्लम सही की जा सकती हैं |

यहाँ एक चीज क्लियर कर दें की एक्यूप्रेशर को लोग अकुपंक्चरे ही समझते हैं किन्तु एक्युपंक्चरे में सुई का इस्तेमाल किया जाता हैं जो की एक डॉक्टर ही कर सकता हैं |

एक्यूप्रेशर के कई संभावित लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • दर्द से राहत, जिसमें सिरदर्द, पीठ दर्द, गर्दन की गर्दन, और मासिक धर्म में ऐंठन शामिल है
  • तनाव और चिंता को कम करना
  • नींद में सुधार
  • पाचन में सुधार
  • ऊर्जा में वृद्धि
  • रक्त परिसंचरण में सुधार
  • प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देना
  1. हथेली के दबाव बिंदु :

    • हथेली पर बिंदु दबाव का आयुर्वेदिक महत्व है। आयुर्वेद में कहा जाता है कि हथेली पर विशिष्ट बिंदुओं में दबाव देने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

    • हथेली के बिंदुओं में दबाव देने से शरीर की प्रवृत्तियों को संतुलित किया जा सकता है और ऊर्जा का संचार हो सकता है।

      हथेली और पैर के तलुओं के आयुर्वेदिक महत्व:

    • आयुर्वेद में कहा जाता है कि हथेली के विशिष्ट बिंदुओं में दबाव देने से शरीर की अंतर्दृष्टि और मानसिक शांति को बढ़ावा मिलता है।ऊपर दिए गए चित्र में हाथ के सारे एक्यूप्रेशर पॉइंट दिए गए हैं और उससे सम्बंधित सही होने वाले रोगों के बारें में बताया गया हैं | हम एक एक कर के हाथ के सारे पॉइंट की चर्चा करेंगे और यह भी देखेंगे की इन पॉइंट से क्या लाभ होता हैं |

हाँथ के अंगुली के पोर पर दबाव बिंदु : 


  1. पैर के तलुओं पर बिंदु दबाव:

    • पैर के तलुओं पर बिंदु दबाव देने से शरीर का उच्च और न्यून दबाव संतुलित रहता है और यह बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।

    • आयुर्वेद में पैर के तलुओं को मर्म स्थान माना जाता है, और इस पर बिंदु दबाव से शरीर के विभिन्न हिस्सों में संतुलन बना रहता है।

      हथेली और पैर के तलुओं के आयुर्वेदिक महत्व: हथेली के बिंदु दबाव:  हथेली पर बिंदु दबाव का आयुर्वेदिक महत्व है। आयुर्वेद में कहा जाता है कि हथेली पर विशिष्ट बिंदुओं में दबाव देने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।  हथेली के बिंदुओं में दबाव देने से शरीर की प्रवृत्तियों को संतुलित किया जा सकता है और ऊर्जा का संचार हो सकता है।  हथेली और पैर के तलुओं के आयुर्वेदिक महत्व:

हथेली और पैर के तलुओं पर बिंदु दबाव के लाभ:

  1. ऊर्जा संचार:

    • हथेली और पैर के तलुओं पर बिंदु दबाव से ऊर्जा का संचार होता है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  2. शारीरिक संतुलन:

    • यह प्रक्रिया शारीरिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करती है, जिससे शारीरिक रोगों का सामना करना आसान होता है।
  3. मानसिक शांति:

    • हथेली और पैर के तलुओं पर बिंदु दबाव देने से मानसिक चौंकाने से बचाव होता है और व्यक्ति में शांति की भावना बनी रहती है।

You may also like to read :हथेली से स्वास्थ्य रक्षा: आधुनिक जीवन में एक प्राचीन दृष्टिकोण


सिरदर्द का एक्यूप्रेशर इलाज:

सिरदर्द के लिए कुछ प्रभावी एक्यूप्रेशर बिंदु निम्नलिखित हैं:
जीरो पॉइंट (GV20): यह बिंदु सिर के शीर्ष पर, बालों के बीच स्थित है। यह बिंदु सिरदर्द, माइग्रेन, और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
  • तीसरी आंख पॉइंट (BL23): यह बिंदु सिर के पीछे, आंखों के बीच स्थित है। यह बिंदु सिरदर्द, माइग्रेन, और आंखों में दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।

  • प्यूपील पॉइंट (GB14): यह बिंदु सिर के दोनों ओर, आंखों के बाहरी कोनों के पास स्थित है। यह बिंदु सिरदर्द, माइग्रेन, और आंखों में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।

  • सिनस पॉइंट (GB20): यह बिंदु सिर के दोनों ओर, कान के ऊपर स्थित है। यह बिंदु साइनस दर्द, सिरदर्द, और नाक की रुकावट को कम करने में मदद कर सकता है। 


पीठ दर्द का एक्यूप्रेशर इलाज:

पीठ दर्द के लिए कुछ प्रभावी एक्यूप्रेशर बिंदु निम्नलिखित हैं:

  • ताईचुंग पॉइंट (GV14): यह बिंदु गर्दन के पीछे, बालों के बीच स्थित है। यह बिंदु पीठ दर्द, सिरदर्द, और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।

  • शांग़्यू पॉइंट (BL36): यह बिंदु जांघ के पीछे, घुटने के जोड़ के ऊपर स्थित है। यह बिंदु पीठ दर्द, कूल्हे के दर्द, और मांसपेशियों में खिंचाव को कम करने में मदद कर सकता है।

  • यिन्सयांगगु पॉइंट (BL60): यह बिंदु पैर के पीछे, टखने के जोड़ के ऊपर स्थित है। यह बिंदु पीठ दर्द, पैर के दर्द, और मांसपेशियों में खिंचाव को कम करने में मदद कर सकता है।

  • क्यूईहूई पॉइंट (GB30): यह बिंदु पैर के पीछे, घुटने के जोड़ के नीचे स्थित है। यह बिंदु पीठ दर्द, कूल्हे के दर्द, और मांसपेशियों में खिंचाव को कम करने में मदद कर सकता है।

इन बिंदुओं पर दबाव डालने के लिए, अपनी तर्जनी या अंगूठे का उपयोग करके धीरे-धीरे और समान रूप से दबाएं। प्रत्येक बिंदु पर 30-60 सेकंड तक दबाव रखें। आप जितनी बार चाहें उतनी बार इन बिंदुओं पर दबाव डाल सकते हैं।

पीठ दर्द से राहत पाने के लिए एक्यूप्रेशर का उपयोग करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • शांत और आरामदायक स्थान पर बैठें या लेटें।
  • अपने हाथों को गर्म करने के लिए उन्हें थोड़ी देर तक अपने घुटनों पर रगड़ें।
  • प्रत्येक बिंदु पर धीरे-धीरे और समान रूप से दबाव डालें।
  • यदि आपको दर्द या असुविधा महसूस होती है, तो दबाव कम करें।

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)
12

Copyright (c) 2023 UPSCALE YOUR LIFE All Rights Reserved

To Top